H.J. Bhabha ITI: इंटीरियर डिज़ाइन और डेकोरेशन लैब
अगर आप इंटीरियर डिज़ाइन और डेकोरेशन के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच रहे हैं, तो H.J. Bhabha ITI आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हमने हाल ही में उनके इंटीरियर डिज़ाइन और डेकोरेशन लैब का दौरा किया, और हमें वहां की सुविधाओं, शिक्षण पद्धति और छात्रों के अनुभवों को देखकर बहुत प्रभावित हुए।
अत्याधुनिक सुविधाएं और प्रैक्टिकल लर्निंग
H.J. Bhabha ITI का इंटीरियर डिज़ाइन और डेकोरेशन लैब सचमुच प्रभावशाली है। यहां की सबसे खास बात 3D प्रिंटिंग सुविधा है। यह एक ऐसी सुविधा है जो दिल्ली के बहुत कम ITI में उपलब्ध है। छात्र अपने डिज़ाइन के मॉडल को 3D प्रिंटर से तैयार कर सकते हैं, जिससे उन्हें अपने विचारों को भौतिक रूप में देखने का मौका मिलता है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे वास्तविक प्रोजेक्ट्स को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं।
सिर्फ 3D प्रिंटिंग ही नहीं, बल्कि यहां की शिक्षण पद्धति भी प्रैक्टिकल लर्निंग पर केंद्रित है। थ्योरी की कक्षाएं स्मार्ट क्लासरूम में स्मार्ट बोर्ड के साथ होती हैं। पाठ्यक्रम में एयर कंडीशनिंग (RAC), इलेक्ट्रिकल लाइटिंग और प्लंबिंग जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं, जो इंटीरियर डिज़ाइन में बिल्डिंग से संबंधित ड्राइंग और कॉन्सेप्ट्स को समझने के लिए बेहद ज़रूरी हैं। छात्रों को आर्किटेक्चरल ड्राइंग पढ़ना और समझना सिखाया जाता है, जिसमें विभिन्न बिल्डिंग सिस्टम शामिल होते हैं।
सर्वांगीण विकास और करियर के अवसर
यह कोर्स सिर्फ डिज़ाइन स्किल्स तक ही सीमित नहीं है। H.J. Bhabha ITI छात्रों के सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान केंद्रित करता है। पाठ्यक्रम में सॉफ्ट स्किल्स, मार्केटिंग और भविष्य के करियर विकास को भी शामिल किया गया है, जिसके लिए उद्योग विशेषज्ञों द्वारा विशेष व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं।
छात्रों से बात करके हमें पता चला कि वे शिक्षण विधियों से बेहद संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम ने उन्हें सिर्फ इंटीरियर डिज़ाइन से परे जीवन कौशल और आत्मविश्वास विकसित करने में मदद की है। छात्र मटेरियल सर्वे के माध्यम से प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त करते हैं और पत्थर और फर्श जैसी विभिन्न निर्माण सामग्रियों के बारे में सीखते हैं। दरवाजों और खिड़कियों के मॉडल का उपयोग छात्रों को टिका और फ्रेम जैसे व्यावहारिक घटकों को समझने में मदद करने के लिए किया जाता है।
पॉलिटेक्निक से बेहतर प्रैक्टिकल अनुभव
एक संकाय सदस्य, जिन्होंने पहले पॉलिटेक्निक में पढ़ाया था, ने बताया कि H.J. Bhabha ITI पॉलिटेक्निक की तुलना में अधिक हाथों से प्रैक्टिकल अनुभव प्रदान करता है। पॉलिटेक्निक में जहां तीन साल का डिप्लोमा होता है, वहीं ITI में एक साल का सर्टिफिकेट कोर्स होता है जो अधिक केंद्रित और व्यावहारिक होता है। ITI में प्रवेश योग्यता-आधारित होते हैं, जबकि पॉलिटेक्निक में प्रवेश परीक्षा की आवश्यकता होती है।
प्रवेश प्रक्रिया और सुविधाएं
दिल्ली सरकार के ITI के लिए प्रवेश फॉर्म आमतौर पर मई-जून में जारी किए जाते हैं, और कक्षाएं सितंबर में शुरू होती हैं। न्यूनतम पात्रता हाई स्कूल पास है। फीस भी बेहद कम है – लड़कों के लिए लगभग 4000 रुपये और लड़कियों के लिए लगभग मुफ्त, जिसमें एक बड़ा हिस्सा वापसी योग्य होता है।
ITI नियमित रूप से प्रदर्शनियां भी आयोजित करता है जहां छात्र अपनी रचनात्मकता और उत्पाद डिज़ाइन कौशल का प्रदर्शन करते हुए लाइटिंग मॉडल जैसे अपने डिज़ाइन प्रदर्शित करते हैं।
कुल मिलाकर, H.J. Bhabha ITI उन छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो इंटीरियर डिज़ाइन और डेकोरेशन के क्षेत्र में एक ठोस और व्यावहारिक शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।